हिमाचल प्रदेश बाल पोषाहार टॉप अप योजना 2024 | Himachal Pradesh Bal Poshan Top up Yojana 2024, Registration, Eligibility, Benefits

कुपोषण एक ऐसी समस्या है जिसमें बच्चे शारीरिक रूप से पूरी तरह से विकास नहीं कर पाते और बीमारियों से जल्दी ग्रस्त हो जाते हैं। कुपोषण की वजह यह होती है कि उन्हें ऐसा भोजन नहीं मिलता जिसमें सारे विटामिंस, प्रोटीन, मिनरल्स तथा अच्छे न्यूट्रिएंट्स हों, जिस कारण उनका विकास रुक सा जाता है तथा बड़े होने पर भी वह कमजोर ही नजर आते हैं। कुपोषण की स्थिति बच्चों के लिए काफी ज्यादा घातक साबित होती है क्योंकि यदि समय रहते उन्हें पौष्टिक आहार ना मिले और वे ज्यादा कमजोर हो जाए तो  बच्चों की जान पर भी बन आती है; इसलिए इस स्थिति से निपटना बहुत ज्यादा जरूरी है।

हिमाचल प्रदेश में बच्चों के कुपोषण को खत्म करने के लिए सरकार ने एक योजना की शुरुआत की है, जिसका नाम है ‘हिमाचल प्रदेश बाल पोषाहार टॉप अप योजना’। इस योजना के तहत छोटे बच्चों को पौष्टिक आहार पहुंचाया जाएगा। यह हिमाचल प्रदेश सरकार की एक उपयोगी और महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक योजना है जो कि कुपोषण को जड़ से हटाने के लिए शुरू की गई है।

इस योजना की घोषणा हिमाचल प्रदेश के श्री जयराम ठाकुर जी द्वारा की गई है। इस योजना के लिए ₹30 करोड रुपए का बजट तैयार किया गया है। इस योजना को 6 मार्च, 2020 को पेश किया गया था और अभी भी योजना निरंतर चल रही है। इस योजना का संचालन हिमाचल प्रदेश के महिला एवं बाल विकास द्वारा किया जा रहा है।

हिमाचल प्रदेश बाल पोषाहार टॉप अप योजना का उद्देश्य | Himachal Pradesh Bal Poshan Top up Yojana 2024 : Objectives

2017 में देश के सर्वेक्षण में यह सामने आया था कि 32.7% बच्चों के वजन में कमी पाई गई थी अर्थात वह कुपोषित थे और उनका शारीरिक रूप से विकास सही से नहीं हो पा रहा था। 15.7% ऐसे बच्चे थे जो कि बहुत जल्दी थक जाते थे। इस सर्वेक्षण से यह साफ हो जाता है कि भारत में कुपोषण एक बहुत ही बड़ी समस्या है। इसका कारण यह है कि बच्चों को पौष्टिक आहार नहीं मिल पा रहा है।

यदि हिमाचल प्रदेश की बात करें तो 52.4% संख्या ऐसे बच्चों की है जो कुपोषण के शिकार हैं और इस हिसाब से हिमाचल प्रदेश भारत का सोलवा ऐसा स्थान है, जहां पर कुपोषित बच्चे रह रहे हैं। इसीलिए इस समस्या को दूर करने के लिए हिमाचल सरकार ने यह कदम उठाया है और ‘हिमाचल प्रदेश बाल पोषाहार टॉप अप योजना’ की शुरुआत की है।

इन सर्वेक्षणों से यह भी पता चलता है कि बच्चों को केवल आहार देना ही काफी नहीं होता बल्कि उन्हें पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाना भी बहुत जरूरी है, तभी वह सही तरह से विकास कर पाएंगे और इससे देश को भी फायदा होगा। इसीलिए इस तरह की काफी सारी योजनाएं पूरे देश में ही शुरू की गई है। उन्हीं योजनाओं की तर्ज पर हिमाचल सरकार ने हिमाचल प्रदेश बाल पोषाहार योजना की शुरुआत की है और इस योजना का उद्देश्य यह है कि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जा सके ताकि बच्चों को कुपोषण जैसी स्थिति का सामना ना करना पड़े।

हिमाचल प्रदेश बाल पोषाहार टॉप अप योजना के लाभ | Himachal Pradesh Bal Poshan Top up Yojana 2024 : Benefits

  • इस योजना के तहत जिन बच्चों के माता-पिता गरीबी के कारण पौष्टिक आहार अपने बच्चों के लिए उपलब्ध नहीं करवा पाते, उन्हें मुफ्त में पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जाएगा।
  • पौष्टिक आहार जैसे कि दूध फल सब्जियां आदि हफ्ते में कम से कम 1 दिन बच्चों तक जरूर पहुंचाएंजाएंगे।
  • इस योजना के माध्यम से बच्चों को संपूर्ण आहार मिलने लगेगा और कुपोषित बच्चों को फायदा पहुंचेगा।
  • इस योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों को प्राथमिकता के आधार पर लाभ पहुंचाया जाएगा और उनके बच्चों को स्वस्थ जीवन व्यतीत करने के लिए पोस्टिक आहार प्रदान किया जाएगा।
  • हिमाचल प्रदेश बाल पोषाहार योजना के तहत आंगनबाड़ी में पढ़ रहे बच्चों को फल, दूध, रेशायुक्त पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जाएगा।

हिमाचल प्रदेश बाल पोषाहार योजना के तहत जारी किए गए दिशानिर्देश | Himachal Pradesh Bal Poshan Top up Yojana 2024 : Guidelines

  • ‘हिमाचल प्रदेश बाल पोषाहार टॉप अप योजना के तहत केवल उन्हीं लोगों के बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जाएगा जो हिमाचल प्रदेश के मूल निवासी हैं।
  • ‘हिमाचल प्रदेश बाल पोषाहार टॉप अप योजना के अनुसार उन्हीं बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जाएगा जो आंगनवाड़ी केंद्रों में पढ़ रहे हैं।
  • गरीब बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर पौष्टिक भोजन पहुंचाया जाएगा।
  • आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा जो लिस्ट तैयार की जाएगी उसकी लिस्ट के अनुसार ही बच्चों तक भोजन पहुंचाया जाएगा। यहां तक कि बच्चों तक भोजन पहुंचाने की सारी जिम्मेदारी आंगनबाड़ी केंद्रों में काम करने वाले स्टाफ की होगी।
  • जो भी भोजन आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा बच्चों तक सप्लाई किया जाएगा उसकी एक रिपोर्ट भीमहिला एवं बाल विकास विभाग के पास  पहुंचाने अनिवार्य है।

हिमाचल प्रदेश बाल पोषाहार योजना के तहत लाभ लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज | Himachal Pradesh Bal Poshan Top up Yojana 2024 : Required Documents

  • आधार कार्ड
  • मूल निवासी पहचान पत्र
  • एड्रेस प्रूफ
  • हिमाचल प्रदेश बोनाफाइड
  • मोबाइल नंबर

हिमाचल प्रदेश बाल पोषाहार टॉप अप योजना के तहत लाभ लेने के लिए प्रक्रिया | Himachal Pradesh Bal Poshan Top up Yojana 2024 : Benefits

  • हिमाचल प्रदेश बाल पोषाहार टॉप अप योजना के तहत लाभ लेने के लिए आवेदन को नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र से संपर्क करना होगा।
  • आंगनबाड़ी केंद्रों में जो बच्चे पढ़ रहे होंगे उनकी सारी सूची आंगनवाड़ी केंद्र द्वारा तैयार की जाएगी।
  • इस योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों को डायरेक्ट पौष्टिक आहार पहुंचाया जाएगा और आंगनबाड़ी वर्करों की ड्यूटी होगी यह भोजन बच्चों तक पहुंचाएं।

भले ही हिमाचल प्रदेश की स्थिति भारत के बाकी राज्यों से थोड़ी सी सही है परंतु इसका मतलब यह नहीं है कि वहां पर  कुपोषित बच्चे नहीं हैं। इसीलिए राज्य सरकार ने इस तरफ पूरा ध्यान देते हुए खुद जिम्मेदारी ली है कि वह बच्चों तक पोस्टिक आहार पहुंचाएगी। राज्य सरकार का इस योजना को शुरू करने का यही मकसद है कि हिमाचल प्रदेश में कुपोषण को जड़ से खत्म किया जा सके क्योंकि कुपोषण की वजह से बच्चे शारीरिक रूप से कमजोर होते हैं। यदि बच्चे शारीरिक रूप से कमजोर हो तो जब वह युवा हो जाती है तब भी इतने ज्यादा तंदुरुस्त नहीं होते। यदि कोई राज्य तरक्की करना चाहता है तो वहां के बच्चे और युवा पीढ़ी तंदुरुस्त होने चाहिए, वह कोई भी काम करने योग्य होने चाहिए तभी राज्य तरक्की की राह की ओर बढ़ पाता है।

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