जाने क्या है छत्तीसगढ़ मनरेगा योजना और आप कैसे उठा सकते है इसका लाभ, साथ ही जाने ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया

आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से एक ऐसी योजना के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको लेकर आए दिन भ्रष्टाचार का आरोप पंचायतों पर लगते रहते हैं। जी हाँ आज हम आपको छत्तीसगढ़ मनरेगा योजना यानि की महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के बारे बताएंगे। आपको बता दे कि महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की शुरुआत जब से हुई है तब से आए दिन इस योजना का न्यूज पेपर और समाचार चैनलों में मनरेगा में गड़बड़ी की शिकायतें आते ही रहती है। आपको बता दे कि अगर आप पंचायत द्वारा मनरेगा में किये गए गड़बड़ी का शिकायत करना चाहते हैं तो उसके लिए आपके पास गड़बड़ी का पुख्ता सबूत होना चाहिए। इसके लिए आपको पंचायत में आर टी आई लगाना पड़ेगा। इस प्रक्रिया में कुछ अधिक समय लग सकता है। तो चलिए आज हम आपको मनरेगा से सम्बंधित सभी ऑनलाइन सुविधा के बारे में बताने वाले हैं। जिसके अंतर्गत आप मिनटों में मनरेगा की जानकारी निकाल कर गड़बड़ी उजागर कर सकते हैं।

महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना | Chhattisgarh Mgnrega Yojana 2024 | Chhattisgarh Nrega Yojana 2024

आपको बता दे कि मनरेगा यानि महात्मा गांधी राष्ट्रीय  ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना को पहले नरेगा के नाम से जाना जाता है। 25अगस्त 2005 में इस योजना को अधिनियमित किया गया था। 2 अक्टूबर 2009 को इस महात्मा गांधी राष्ट्रीय  ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का नाम बदलकर ‘महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना’ कर दिया गया। इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण परिवार के वयस्क सदस्यों को एक वित्तीय वर्ष में 100 दिन की रोजगार की गारंटी दी जाती है।

जाने महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के मुख्य उद्देश्य | Chhattisgarh Mgnrega Yojana 2024 : Objectives

इस मनरेगा यानि महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों का विकास करना है। जैसे तालाब गहरीकरण, सड़कों, नहरों, बांधों का निर्माण मरम्मत, तटबंधों, जल संरक्षण आदि कार्यों के माध्यम से ग्रामीण लोगों के लिए कार्य उपलब्ध कराना है। इस प्रकार कहा जा सकता है कि इस महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के द्वारा ग्रामीण लोगों के लिए उनके निवास स्थान पर ही रोजगार उपलब्ध कराया जाता है।

जाने महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत पंचायत द्वारा कराए गए कार्यों के मस्टररोल की ऑनलाइन प्रति कैसे प्राप्त करें | Chhattisgarh Mgnrega Yojana : Master roll Online 

  1. अगर आप छत्तीसगढ़ के मूल निवासी है और पंचायत द्वारा कराए गए कार्यों के मस्टररोल की ऑनलाइन प्रति करना चाहते है तो इसके लिए आपको सबसे पहले इसकी ऑफिसियल वेबसाइट nrega.nic.in या फिर mgnrega पर जाना होगा।

2 जैसे ही आप ऑफिसियल वेबसाइट पर जानते है आपके सामने एक होम पेज खुल जायेगा। इस पेज पर आपको report for MIS को क्लिक करना होगा। इसके बाद फिर आपके सामने एक नया पेज खुल जायेगा। यह एक वेरिफिकेशन का पेज होगा। यहाँ आपको कैप्चा कोड के लिए दिए अंक को जोड़ या घटाव कर कैप्चा को एंटर करना होगा।

  1. उसके बाद जैसे ही आप वेरिफाई कोड पर क्लिक करेंगे। उसके बाद आपके पास एक नया पेज खुल जायेगा। जो की एक फाइनेंसियल ईयर और स्टेट नेम का होगा। यहाँ आपको अपनी आवश्यकता अनुसार जिस साल की जानकारी चाहिए। उस साल का सलेक्ट कर लेना होगा और उसके बाद नीचे राज्य को सलेक्ट कर लेना होगा।
  2. ये सब करने के बाद आपको उसी पेज में और नीचे आना होगा। जैसे ही आप पेज के नीचे की ओर आते हैं। आपको सातवें नम्बर पर लिखे R7.financial progress के अंदर पहले नम्बर पर लिखे 1.financial statement को क्लिक करना होगा। उसके बाद आपके सामने जिले का पेज खुलेगा। यहाँ आपको अपने जिले के नाम को क्लिक करना है। उसके बाद आपके सामने उस जिले के सभी ब्लॉकों का पेज खुल जायेगा आपको सम्बन्धित ब्लॉक को क्लिक कर लेना है।
  3. उसके बाद आपके सामने पंचायतों के नाम वाला पेज खुल जाएगा। उसके बाद आपको अपने ग्रामपंचायत के नाम के सामने लाल रंग में लिखे आंकड़े को क्लिक करना है।

छत्तीसगढ़ महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत 2155 करोड़ का मजदूरी भुगतान | Chhattisgarh Mgnrega Yojana : Payment 

आपको बता दे कि छत्तीसगढ़ महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना यानि की मनरेगा के तहत छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बेरोजगार लोगों को 100 दिन का रोजगार देने में छत्तीसगढ़ का देश में तीसरा स्थान रहा है। आपको बता दे कि इस मनरेगा योजना के तहत इस साल छत्तीसगढ़ राज्य में 26 लाख पांच हजार परिवारों को रोजगार मिला। जिनमें से 84 हजार 455 परिवारों को 100 दिनों का रोजगार दिया गया। छत्तीसगढ़ में मनरेगा के तहत 39.79 लाख जॉब कार्ड धारी हैं। क्वारंटाइन के दौरान लगभग 2.37 लाख प्रवासी मजदूरों के जॉब कार्ड बनाए गए। आपको बता दे कि हाल ही में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में बताया गया कि इस वर्ष 13 करोड़ 50 लाख मानव दिवस रोजगार के लक्ष्य के विरूद्घ अब तक नौ करोड़ 52 लाख मानव दिवस का रोजगार सृजित हो चुका है। इसमें महिलाओं की 50 प्रतिशत की भागीदारी रही। केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ सरकार के प्रस्ताव पर 15 करोड़ मानव दिवस रोजगार सृजन के लक्ष्य को मंजूरी दे दी है। आपको बता दे कि आपको बता दे कि छत्तीसगढ़ मनरेगा योजना के तहत 2,155 करोड़ रुपये की मजदूरी का भुगतान किया गया है। मनरेगा के कायोर् में दिव्यांगों की भागीदारी बढ़ी है। वही नरवा विकास योजना में चिन्हांकित 1,406 नरवा में 66 हजार से अधिक भू-जल संवर्धन संबंधी संरचनाओं का निर्माण प्रगति पर है। सीएम बघेल ने कहा कि ऐसे नाले जिनका एक हिस्सा वन क्षेत्र से गुजरता है, उसका संपूर्ण डीपीआर वन विभाग द्वारा तैयार किया जाए।

जीआइएस केंद्रित योजना तैयार करने में छत्तीसगढ़ देश में प्रथम स्थान पर | Chhattisgarh Mgnrega Yojana 2024 

आपको बता दे कि सोशल मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार ने साल 2017 में मनरेगा के तहत निर्मित परिसंपत्तियों की जियो टैगिंग में छत्तीसगढ़ देश में पहले स्थान पर है। इसी तरह छत्तीसगढ़ में वन अधिकार पत्र प्राप्त हितग्राहियों को लाभान्वित करने और ग्राम पंचायतों के विकास के लिए जीआइएस केंद्रित योजना तैयार करने में छत्तीसगढ़ देश में प्रथम स्थान पर है। प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन और कृषि व उससे जुड़े कार्यो में महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से खर्च के मामले में छत्तीसगढ़ देश में तीसरे स्थान पर है। महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से 706 नए ग्राम पंचायत भवन और 672 आंगनबाड़ी केंद्रों को मंजूरी दी गई है।

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